कंप्यूटर द्वारा मृत मानव रहेगा 'जिंदा'!
कंप्यूटर द्वारा मृत मानव रहेगा 'जिंदा'!
अमेरिका में रहने वाला एक भारतीय कंप्यूटर वैज्ञानिक का कहना है कि इस साल के अंत तक मानव चेतना (मानव चेतना) को कंप्यूटर पर अपलोड किया जा सकता है कर सकना उसके लिए लोगों ने परिवार में अपनों की आवाजों का इस्तेमाल किया और उन्होंने वीडियो रिकॉर्ड करने को भी कहा है। डॉ। प्रतीक देसाई नाम के इस शोधकर्ता ने बताया कि 2-डी, 3-डी,होलोग्राम और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की मदद से मृत लोगों को 'जीवन में वापस लाया जा सकता है'। ट्रांसक्रिप्ट डेटा, नया जल्द ही वॉयस सिंथेसिस और वीडियो मॉडल की मदद से मानव चेतना को कंप्यूटर पर अपलोड करने के लिएप्रक्रिया शुरू हो सकती है।आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और होलोग्राम तकनीक की मदद से एक मृत व्यक्ति को डिजिटल रूप से वापस जीवन में लाया जा सकता है। जैसा कि हमने हॉलीवुड फिल्मों में देखा है। उस के लिए संबंधित व्यक्ति की सारी जानकारी उसकी आवाज, फोटो,वीडियो को 'एआई' सिस्टम में फीड किया जाएगा। इसलिए आइए 'एआई' प्रणाली के व्यक्तित्व को विस्तार से समझते हैं कर सकना तब उपयोगकर्ता के पास उस व्यक्ति के लिए समान होता है एक डिजिटल व्यक्तित्व डिजाइन कर सकते हैं। एक डिजिटल व्यक्ति के बाद जो बिल्कुल मृत व्यक्ति जैसा दिखता है 'एआई' सिस्टम में फीड की गई जानकारी के आधार पर यूजर से बात करें कर सकना डॉ। कैलिफ़ोर्निया, यूएसए से प्रतीक देसाई द्वारासिलिकॉन वैली में कई 'एआई' स्टार्टअप की स्थापना की है उन्होंने भारतीय किसानों की मदद की'चैटजीपीटी' की तरह चैटबॉट 'किसान जीपीटी' विकसित किया कर लिया है फिलहाल इस पर काम किया जा रहा है।
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